tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post1275383239065270874..comments2024-02-20T15:42:35.518+05:30Comments on चला बिहारी ब्लॉगर बनने: कर्ज कलकत्ता काचला बिहारी ब्लॉगर बननेhttp://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-63499472379941526562014-05-01T02:04:34.933+05:302014-05-01T02:04:34.933+05:30मन में गहरे उतर जानेवाली है यह पोस्ट - भावनामय हृद...मन में गहरे उतर जानेवाली है यह पोस्ट - भावनामय हृदय जिन संबंधों को जोड़ता है उनकी शीतल छाँह का अनुभव कितना सुहावना होता है !और भी अच्छा ,उनके पक्ष का, यह लगा कि'कभी ऊ हमलोगों के ऊपर काम छोड़ कर भागी नहीं. 'प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-75246398007973827602012-10-08T00:01:11.176+05:302012-10-08T00:01:11.176+05:30कोलकाता ..... उफ्फ़
क्या बोलूं , ऊँगली दर्द करने ल...कोलकाता ..... उफ्फ़<br />क्या बोलूं , ऊँगली दर्द करने लगेंगीं लेकिन इस शहर की तारीफ़ खत्म नहीं होगी , <br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-48098752742697262032010-06-30T14:42:41.743+05:302010-06-30T14:42:41.743+05:30आपकी इस पोस्ट के लिए तो कुछ भी कहना मुश्किल होगा ब...आपकी इस पोस्ट के लिए तो कुछ भी कहना मुश्किल होगा बाबूजी !!!!!!!!soni garg goyalhttps://www.blogger.com/profile/04213856425345615300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-17418930701791453632010-06-29T14:06:35.642+05:302010-06-29T14:06:35.642+05:30kitni sunder baaten likhi hai aapne.man khush ho g...kitni sunder baaten likhi hai aapne.man khush ho gaya.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-15273087201496118162010-06-29T01:36:40.040+05:302010-06-29T01:36:40.040+05:30बिहारी के बीच-बीच में बंगाली संवाद मजेदार रहे। दमद...बिहारी के बीच-बीच में बंगाली संवाद मजेदार रहे। दमदार लेखन बिहारी बाबुआ। वैसे बंगालियों की बात ही अलग है। बंगाली लोग स्त्रियों की ही नहीं सभी की बहुत इज्जत करते हैं, विवेकानंद की जन्मभूमि है इतने संस्कार तो अब भी वहां की फिजा में हैं। वैसे हमारे कुछ दोस्त हैं बंगाली बहुत सुनते हैं उनसे बंगाल के बारे में....लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-88773825643508776662010-06-28T13:19:34.271+05:302010-06-28T13:19:34.271+05:30aap itnee sahjata se abhivykt kar lete hai gahree ...aap itnee sahjata se abhivykt kar lete hai gahree bhavnao ko aur nateeza hota hai pathal juda mahsoos karata hai.......<br />bitiya ko aasheesh .Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-14012445575821196522010-06-28T12:02:01.055+05:302010-06-28T12:02:01.055+05:30अरे वैसे आपको बताना भूल गया, जिस काम के लिए मैं यह...अरे वैसे आपको बताना भूल गया, जिस काम के लिए मैं यहाँ आया था वो बोलबे नहीं किये..इस पोस्ट में भूल गए ऊ काम...<br /><br />अरे आपको अवार्ड मिल चूका है चाचा...जरा देखिये तो <br /><a href="http://abhi-cselife.blogspot.com/2010/06/p.html" rel="nofollow">ईटज्ज ब्लॉग अवार्ड टाइम</a><br /><br />:Pabhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-64496200516425019732010-06-28T11:57:48.605+05:302010-06-28T11:57:48.605+05:30हमारे भी कोलकता के बहुत दोस्त हैं चाचा, :)
पढाना ...हमारे भी कोलकता के बहुत दोस्त हैं चाचा, :) <br />पढाना सही में बहुत अच्छा लगा :)abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-42458316260659671782010-06-28T11:19:29.612+05:302010-06-28T11:19:29.612+05:30बंगाल का जादू तो सर चढ कर बोलता है,सलिल भाई! आप की...बंगाल का जादू तो सर चढ कर बोलता है,सलिल भाई! आप की बिहारी थाली में बंगाली रसोगुल्ले की मिठास बहुत ही प्यारी लगी.सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-66594253809669270192010-06-28T09:58:30.275+05:302010-06-28T09:58:30.275+05:30Bihari babu, late ho gaye, abki baar...:(
aapke h...Bihari babu, late ho gaye, abki baar...:(<br /><br />aapke har postwa me aisa lagta hai ki jeevan bhar dete hain.......dhanya haain aap<br />!!<br /><br />aur aapki mummy jee ko mera pranam!!मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-19774915336503634682010-06-27T23:45:51.792+05:302010-06-27T23:45:51.792+05:30@Dr. amar kumar
ডাগদর সাহেব! এই দেখুন, এটা কে বলে,...@Dr. amar kumar<br />ডাগদর সাহেব! এই দেখুন, এটা কে বলে, হৃদয়ের কথা হৃদয়ের থেকে বোঝা যায়... চলুন আমি আপনার বলা সত্তে ওই কারজা টা কে পালটে প্রতিদান করলাম... ধন্যবাদ!! আবার আসবেন!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-29450761963379704042010-06-27T23:34:46.413+05:302010-06-27T23:34:46.413+05:30सलिल भाई क्या कहने। वास्तव में एक बात जो आपने शुरू...सलिल भाई क्या कहने। वास्तव में एक बात जो आपने शुरू में कही वह मैंने कभी सोची ही नहीं। सबसे पहले तो मेरी जानकारी में इजाफा करने के लिए धन्यवाद। अब बात कोलकाता की, तो साहब कभी न तो बंगाल गया और न ही कोलकाता। पर पढ़ा सुना खूब है कोलकाता के बारे में। बाबू मोशाय से तो मेरा बहुत लगाव है। <br />सलिल जी ऐसा होता है। आप अपने जीवन में कई जगह रहते हैं, आखिर रोजी रोटी का सवाल है। उनमें से कुछ जगहों से कुछ लगाव सा हो जाता है। जैसे मैं अपनी बताऊं। फर्रुखाबाद में जन्मा, उसके बाद लखनऊ, देहरादून, इलाहाबाद, आगरा, जालंधर, अंबाला होता हुआ अब ग्वालियर में हूं पर इलाहाबाद और देहरादून जितना याद आता है उतना और कोई नहीं। अब भी मन करता है वहीं चला जाऊं । वैसे बहुत शानदार पोस्ट है आपको बधाई।पंकज मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/05619749578471029423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-65160978242447011882010-06-27T23:04:39.355+05:302010-06-27T23:04:39.355+05:30बहुत भावुक कर दिया इस रचना ने !!!बहुत भावुक कर दिया इस रचना ने !!!मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-54989390820213442772010-06-27T22:02:52.236+05:302010-06-27T22:02:52.236+05:30মা গো.. কি রকম ভাল কথা..
কিন্তু একটু অব্যেক্শন তো....<i><b><br />মা গো.. কি রকম ভাল কথা..<br />কিন্তু একটু অব্যেক্শন তো.. <br />এঈটা কোলকাতার ও বাঁগালের কর্জ নেঈ<br />আবার দিন দুঈগুলোর প্রতিদান বলবেন<br /></b></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-31792827739973511312010-06-27T20:56:03.704+05:302010-06-27T20:56:03.704+05:30जय माता दी,
१६
जुलाई को श्री कृष्ण मेमोरिअल हॉल,पट...जय माता दी,<br />१६<br />जुलाई को श्री कृष्ण मेमोरिअल हॉल,पटना में ५१ गरीब कन्याओं का सामूहिक<br />विवाह में आप भी आयेंMukesh hissariyahttps://www.blogger.com/profile/09866223604674008120noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-27026932344782137302010-06-27T16:58:51.715+05:302010-06-27T16:58:51.715+05:30हम हैं तो बिहारी, लेकिन स्कूल में बंगला पढाये जाने...हम हैं तो बिहारी, लेकिन स्कूल में बंगला पढाये जाने के कारण बंगला भाषा भी सिख गए. शक्ल भी बंगालियों से कुछ इस कदर मिलती है कि अक्सर लोग मुझ बंगाली समझ बैठते हैं. कलकत्ते में कभी रहना तो हुआ नहीं, पर आना जाना किसी ना किसी बहाने से लगा ही रहता है. सही कहा आपने .. कलकत्ते कि संस्कृति एक अलग तरीके कि संस्कृति है. <br /><br />काफी सुन्दर रचना.Abhishek Neelhttp://washermansdog.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-58213481077579523972010-06-27T16:54:21.239+05:302010-06-27T16:54:21.239+05:30सर बहूत ही जबरदस्ता पोस्ट . जन्म भूमि और कर्मभूमि ...सर बहूत ही जबरदस्ता पोस्ट . जन्म भूमि और कर्मभूमि हमेशा दिल के करीब रहती है। एक रगो में बहता खून और दूसरा दिल की धड़कन। यशोदनंदन कहो या देवकीपुत्र बात एक ही है। <br /><br />वैसे दद्दा लॉकर का किराया अभी भी दे रहे हैं क्या....Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-78782310103078971752010-06-27T15:07:47.500+05:302010-06-27T15:07:47.500+05:30बहुत गहरे मन और प्यार के साथ अपने इन यादों को व्यक...बहुत गहरे मन और प्यार के साथ अपने इन यादों को व्यक्त किया है ! लगा की वही कहीं आस पास हैं ! शुभकामनायेंSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-30557929182418778252010-06-27T13:52:36.651+05:302010-06-27T13:52:36.651+05:30जब मांगे, तब नहीं मिला, जब मिला तब मांगना छोड़ चुक...जब मांगे, तब नहीं मिला, जब मिला तब मांगना छोड़ चुके थे… <br />...मार्मिक पोस्ट. हम त आपका ई पोस्ट पढके भावुकिया गये न..! हमरा प्रणाम स्वीकार करें..देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-31975601590464164872010-06-27T12:56:07.167+05:302010-06-27T12:56:07.167+05:30कलकत्ता के प्रति आपका प्रेम गदगद कर देने वाला है.....कलकत्ता के प्रति आपका प्रेम गदगद कर देने वाला है..शहर हमें कई बार ऐसी यादें दे जाता के हमें अपना सा लगने लगता है...रोचक पोस्ट...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-25828745559947982572010-06-27T11:03:12.462+05:302010-06-27T11:03:12.462+05:30बहुत भावनात्मक लेखन....पढ़ना अच्छा लगा...दो साल को...बहुत भावनात्मक लेखन....पढ़ना अच्छा लगा...दो साल कोलकता में रहे थे ..आपकी पोस्ट पढ़ कर वही जुडाव महसूस हुआ ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-23766403167973161992010-06-27T10:08:20.576+05:302010-06-27T10:08:20.576+05:30मैं बंगाली हूँ इसलिए शायद मुझे आपका ये पोस्ट बेहद ...मैं बंगाली हूँ इसलिए शायद मुझे आपका ये पोस्ट बेहद पसंद आया! बहुत ही सुन्दरता से आपने प्रस्तुत किया है!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-19516182775602641032010-06-27T08:23:15.846+05:302010-06-27T08:23:15.846+05:30सलिल भाई,
आपकी कर्म भूमि मेरी जन्म भूमि है !
२० स...सलिल भाई,<br />आपकी कर्म भूमि मेरी जन्म भूमि है ! <br />२० साल कलकत्ता में रहने के बाद फिर १९९७ में मैनपुरी आना हुआ !<br />आपकी पोस्ट ने बहुत से यादें ताज़ा करवा दी !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-35606757345737464702010-06-27T08:21:30.146+05:302010-06-27T08:21:30.146+05:30aap to bilkul bahakar le gaye apne saath.aap to bilkul bahakar le gaye apne saath.संजीव गौतमhttps://www.blogger.com/profile/00532701630756687682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-69755313331993562522010-06-26T21:16:14.877+05:302010-06-26T21:16:14.877+05:30bangal ke bare me aapke bichar bilkul sach hai
ar...bangal ke bare me aapke bichar bilkul sach hai <br />argnikbhagyoday.blogspot.comAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/12874930868572823189noreply@blogger.com