tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post4730244809407343344..comments2024-02-20T15:42:35.518+05:30Comments on चला बिहारी ब्लॉगर बनने: कार्टून का दर्दचला बिहारी ब्लॉगर बननेhttp://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-74139133299884858842012-10-08T01:55:50.984+05:302012-10-08T01:55:50.984+05:30:)
असीम स्नेह , प्यार और जिजीविषा |
सादर:)<br />असीम स्नेह , प्यार और जिजीविषा |<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-5304553281494783302010-08-17T19:00:17.763+05:302010-08-17T19:00:17.763+05:30अंजाने ही ऐसा बहुत कुछ होता है जीवन में जो हमेशा य...अंजाने ही ऐसा बहुत कुछ होता है जीवन में जो हमेशा याद रहता है ताज़ा रहता है ... आपके संवेदनशेल हृदय की मिसाल है ये भी ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-72157900734825303922010-08-13T08:29:51.886+05:302010-08-13T08:29:51.886+05:30सज्जनता की परीक्षा आपके व्यवहार से होती है।
संवे...सज्जनता की परीक्षा आपके व्यवहार से होती है।<br />संवेदनशील रचना।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-37210171632658065682010-08-13T01:38:56.584+05:302010-08-13T01:38:56.584+05:30वाह! वाह! क्या बात है। मतलब आप खूब शरारती रहे हैं....वाह! वाह! क्या बात है। मतलब आप खूब शरारती रहे हैं.........<br />वैसे पत्रकारिता की पढ़ाई करते समय हमने भी खूब मस्ती की। लेकिन दो शिक्षकों से बहुत डर लगता था। वे बहुत गंभीर थे। एक से फिर भी हंसी-मजाक हो जाता था तो उनकी नकल करके बताते थे। वे खूब हंसते थे।लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-57569548043774404772010-08-12T13:38:45.200+05:302010-08-12T13:38:45.200+05:30यह घटना आप कभी नहीं भूल पाएंगे, शायद जब कभी का कार...<strong>यह घटना आप कभी नहीं भूल पाएंगे, शायद जब कभी का कार्टून बनाने का प्रयत्न करेंगे दासगुप्ता का चेहरा सामने होगा ! बेहद मार्मिक प्रकरण ...<br /><br />शुभकामनायें आपके संवेदनशील व्यक्तित्व को !</strong>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-76150109956553948482010-08-11T20:05:15.225+05:302010-08-11T20:05:15.225+05:30संवेदनशील और रोचक संस्मरण है। धन्यवाद।संवेदनशील और रोचक संस्मरण है। धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-86124694948014123602010-08-11T19:47:22.491+05:302010-08-11T19:47:22.491+05:30संवेदनशीलसंवेदनशीलDarshan Lal Bawejahttps://www.blogger.com/profile/10949400799195504029noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-34181551675961027452010-08-11T19:47:12.787+05:302010-08-11T19:47:12.787+05:30संवेदनशीलसंवेदनशीलDarshan Lal Bawejahttps://www.blogger.com/profile/10949400799195504029noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-55441381581139952742010-08-11T10:54:17.297+05:302010-08-11T10:54:17.297+05:30उफ़... बहुत ही मार्मिक संस्मरण है !उफ़... बहुत ही मार्मिक संस्मरण है !करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-45623204601262158382010-08-10T12:01:57.384+05:302010-08-10T12:01:57.384+05:30भैया, बहुत ही संवेदनशील घटना है, धटना क्या कहानी ह...भैया, बहुत ही संवेदनशील घटना है, धटना क्या कहानी ही बन गयी हैnilesh mathurhttps://www.blogger.com/profile/15049539649156739254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-33781950114869337742010-08-10T10:47:07.254+05:302010-08-10T10:47:07.254+05:30एक साधारण सी घटना की असाधारण प्रस्तुति....ये आपका ...एक साधारण सी घटना की असाधारण प्रस्तुति....ये आपका अद्भुत लेखन ही बार बार हमें आपके ब्लॉग पर घसीट लाता है...वाह...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-69042138044500729422010-08-10T10:45:32.943+05:302010-08-10T10:45:32.943+05:30are bhai rulaoge hi kya???are bhai rulaoge hi kya???AVTARhttps://www.blogger.com/profile/11127591397500711899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-84279945016913774232010-08-10T10:17:13.412+05:302010-08-10T10:17:13.412+05:30गज़ब का लिखा है आपने! हम रोजाना इतना कार्टून देखत...गज़ब का लिखा है आपने! हम रोजाना इतना कार्टून देखते हैं पर उसके दर्द को समझने की कभी कोशिश नहीं की! बहुत ही संवेदनशील और उम्दा संस्मरण रहा!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-81484835375495794692010-08-10T08:24:20.848+05:302010-08-10T08:24:20.848+05:30शरारती बच्चा भी संवेनशील हो सकता है । जिंदगी का एक...शरारती बच्चा भी संवेनशील हो सकता है । जिंदगी का एक ओर पाठ पढ़ता प्रेरक संस्मरण ! आभार !!!मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-85171304804300118832010-08-10T07:58:43.908+05:302010-08-10T07:58:43.908+05:30कार्टून बनाना, शरारतें करना, आपस में तकरार...ये सब...कार्टून बनाना, शरारतें करना, आपस में तकरार...ये सब शायद क्लास रूम 'सर्वाइवल इंस्टिंक्ट' हैं. बहरहाल आपने कार्टून बनाते-बनाते शब्द चित्र बनाने में महारथ हासिल कर ली. यही कहूँगा...एक जादू सा बिखेर देते हैं आप लफ़्ज़ों से!!SKThttps://www.blogger.com/profile/10729740101109115803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-2714666363089976842010-08-10T06:24:44.481+05:302010-08-10T06:24:44.481+05:30एक बेहद उम्दा पोस्ट के लिए आपको बहुत बहुत बधाइयाँ ...एक बेहद उम्दा पोस्ट के लिए आपको बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएं !<br /><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/08/4_10.html" rel="nofollow">आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है यहां भी आएं !</a>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-31887276713425611472010-08-10T06:22:02.092+05:302010-08-10T06:22:02.092+05:30एक बेहद उम्दा पोस्ट के लिए आपको बहुत बहुत बधाइयाँ ...एक बेहद उम्दा पोस्ट के लिए आपको बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएं !<br /><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/08/4_10.html" rel="nofollow">आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है यहां भी आएं !</a>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-42659853985579826142010-08-10T01:38:16.752+05:302010-08-10T01:38:16.752+05:30यह अध्यापक का गुण है कि बच्चों कि शरारत को भी शाल...यह अध्यापक का गुण है कि बच्चों कि शरारत को भी शालीनता से लिया जाये ...और उसमें भी रचनात्मकता देखी जाये .... ऐसी घटनाओं से ही मन कीसंवेदनशीलता पता चलती है ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-45728414770649868812010-08-09T23:33:37.164+05:302010-08-09T23:33:37.164+05:30@कुमार राधारमणः
आपका ई प्रतिक्रिया हमरे मन का बरसो...@कुमार राधारमणः<br />आपका ई प्रतिक्रिया हमरे मन का बरसों पुराना बोझ तनी कम किया...आपके भावना को प्रणाम!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-42456399385385826672010-08-09T23:22:52.255+05:302010-08-09T23:22:52.255+05:30शायद ही किसी ने कभी सोचा होगा किसी कार्टून के दर्द...शायद ही किसी ने कभी सोचा होगा किसी कार्टून के दर्द के बारे में !! <br /><br />नमन आपको और गुरु दासगुप्ता जी को !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-11131900284667195772010-08-09T23:05:46.504+05:302010-08-09T23:05:46.504+05:30संभवतः,प्रोफेसर के मन में आपके ठीक विपरीत प्रतिक्र...संभवतः,प्रोफेसर के मन में आपके ठीक विपरीत प्रतिक्रिया हुई होगी। आख़िर,ज्ञान का संबल और छात्र की शिष्टता ही शिक्षक के हाथ होते हैं।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-82084406060957678942010-08-09T22:55:51.543+05:302010-08-09T22:55:51.543+05:30जिंदगी की मौज मस्ती में कई बार अनजाने में ऐसा कुछ ...जिंदगी की मौज मस्ती में कई बार अनजाने में ऐसा कुछ हो जाता है जो जिंदगी भर सबक का काम करता है, व्यक्तित्व परिवर्तन करता है और कभी भुलाये नहीं भूलता. ये भी उन में से एक है. संवेदनशील.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-74520965402422278672010-08-09T22:22:18.833+05:302010-08-09T22:22:18.833+05:30असल में जिन्दगी में हर याद,हर घटना कोई न कोई सबक ...असल में जिन्दगी में हर याद,हर घटना कोई न कोई सबक दे के ही जाती है।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-28311061488131463502010-08-09T21:52:11.342+05:302010-08-09T21:52:11.342+05:30हे भगवान्!हे भगवान्!Stuti Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-60971013212754612612010-08-09T21:48:19.454+05:302010-08-09T21:48:19.454+05:30दासगुप्ता साहब के बाइनोमिअल थ्योरम में गलती नहीं ह...दासगुप्ता साहब के बाइनोमिअल थ्योरम में गलती नहीं होती थी न, स्नेह से एक्सपैंड करने वालों के थ्योरम गलत नहीं होते, डस्टर की जरुरत भी नहीं होती...बाकी कुछ कहना, न कहने जैसा है. मौन शोर बहुत करता है.Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.com