tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post5296638792613581434..comments2024-02-20T15:42:35.518+05:30Comments on चला बिहारी ब्लॉगर बनने: इनसे मिलिए!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttp://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comBlogger52125tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-84538004970631986172012-10-08T19:00:33.174+05:302012-10-08T19:00:33.174+05:30:)
क्या कहूँ इस साक्षात्कार के बारे में , कल से आप...:)<br />क्या कहूँ इस साक्षात्कार के बारे में , कल से आप पर रेसेर्च कर रहा हूँ , सारे जवाब पहले ही दिमाग में चल रहे थे , जैसी सरल इमेज बनाए थी आपकी , वैसे ही जवाब .<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-8143517952261203362011-11-11T20:28:21.074+05:302011-11-11T20:28:21.074+05:30आपका यह सुन्दर साक्षात्कार पढ़कर बहुत अच्छा लगा!
न...आपका यह सुन्दर साक्षात्कार पढ़कर बहुत अच्छा लगा!<br />निश्चित ही आपकी भाषाशैली अनुपम है...अपनेपन की सुगंध लिए हुए!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-66497975814506645272011-09-20T19:52:48.615+05:302011-09-20T19:52:48.615+05:30काबिल पिता की काबिल पुत्री !प्रश्न सामयिक हैं और ब...काबिल पिता की काबिल पुत्री !प्रश्न सामयिक हैं और बुद्धिमतापूर्ण भी , इस साक्षात्कार को सार्वजनिक करने हेतु साधुवाद एवं बधाई ! आपकी लेखनी पर टिपण्णी करना मेरे बूते के बाहर है !रूपhttps://www.blogger.com/profile/14926598063271878468noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-88783136600095553092011-09-20T16:46:04.869+05:302011-09-20T16:46:04.869+05:30सलिल भाई, प्रणाम. पहले तो देरी के लिए क्षमा! क्य...सलिल भाई, प्रणाम. पहले तो देरी के लिए क्षमा! क्या करें ...नेट महाराज जो अंतर्ध्यान हो गए थे. कॉलेज में ब्लोग्स पढ़ तो लेते थे मगर साईट ब्लाक होने से कमेन्ट नहीं कर सकते थे. गज़ब था बाप और बेटी का आमना-सामना! बाप की तो खैर क्या कहें, मगर बेटी तो बाप की भी बाप निकली. उसके उज्जवल भविष्य के लिए हमारी शुभकामनायें!!SKThttps://www.blogger.com/profile/10729740101109115803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-80981311386411718792011-09-20T14:05:48.943+05:302011-09-20T14:05:48.943+05:30इस पोस्ट के माध्यम से आपको भी जानने का मौका मिला.
...इस पोस्ट के माध्यम से आपको भी जानने का मौका मिला.<br /><br /><a href="http://ourdharohar.blogspot.com/2011/09/blog-post_20.html" rel="nofollow"> एक उभरती युवा प्रतिभा </a>अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-53448262655415217592011-09-19T22:59:50.156+05:302011-09-19T22:59:50.156+05:30बहुत दिनों से ढूँढ रहा था..अपनी भाषा..अपनी वज्जिका...बहुत दिनों से ढूँढ रहा था..अपनी भाषा..अपनी वज्जिका.<br />प्रतिनिधित्व करने के लिए धन्यवाद. अच्छी शैली है..शुभकामनाएँ.Santosh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08093068150076949621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-74285062596223089622011-09-19T13:41:35.711+05:302011-09-19T13:41:35.711+05:30वाह जी वाह जी क्या कहने....सही कहा है आपने ..बोली...वाह जी वाह जी क्या कहने....सही कहा है आपने ..बोली का अपना ही मजा है। हूं तो मैं भी मागधी..और माता-पिता भी मागधी...पर मैं दिल्ली में पला बढ़ा सो उतनी पकड़ नहीं है..पंजाबी माहौल से पंजाबी और पिताजी हिंदी के पत्रकार रहे सो हिंदी अपनी भाषा रही यानि दिल्ली वाली.माता के प्रभाव से जो थोड़ा बहुत है वो सहज ही भाषा में है....इसलिए पता नहीं होता कि कब किस बोली का समावेश हो जाता है...Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-74427919984484398202011-09-18T23:21:18.553+05:302011-09-18T23:21:18.553+05:30@कौशलेन्द्र जी:
अभिभूत बानीं!!@कौशलेन्द्र जी:<br />अभिभूत बानीं!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-80209726468367687232011-09-18T22:55:44.894+05:302011-09-18T22:55:44.894+05:30सलिल भैया ! राउर के याद बा न ! बचपन में माई सिखवले...सलिल भैया ! राउर के याद बा न ! बचपन में माई सिखवले रहली के कौनो चीज आपस में मिल बाँट के लेय के चाही. हम उम्मीद करतानी के रश्मि जी से मिलल "विगलित पुष्प" के साझीदारी हमनियो के मिली.<br /> @ "......पर ब्लॉग जगत में घटी एक घटना के बाद बंद कर दिया"<br />अंशुमाला जी ! ऐसी घटनाओं की कटु स्मृतियों को संजो कर रखने से क्या लाभ ? ब्लॉग जगत, हिन्दी साहित्य के चौराहे का एक ऐसा बरगद है जहाँ हर प्रकार के लोग आकार विश्राम करते हैं ......कुछ नभ चारी परिंदे भी आते हैं ....वहीं विश्राम करते हैं और मौक़ा देखते ही पट से बीट भी कर देते हैं. पर इस कारण पथिक वहाँ आना बंद तो नहीं कर देते न ! परिंदों का स्वभाव है विश्राम स्थल पर ही बीट करना....उनसे कैसी शिकवा-शिकायत ? आपसे अनुरोध है कि इस चौराहे पर .....बरगद की छाँव में कुछ पल बिताने आती रहिये. चौपाल की रौनक तो लोगों से ही है न !बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-31084561063859901152011-09-18T13:02:45.682+05:302011-09-18T13:02:45.682+05:30bahut sunder naam hai apki beti ka 'prtikcha p...bahut sunder naam hai apki beti ka 'prtikcha priya',wah.bare hi sahaj aur sunder dhang se prashn aur uttar ka silsila chala hai.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-53337149726868103702011-09-17T17:21:33.080+05:302011-09-17T17:21:33.080+05:30बहुत अच्छा साक्षात्कार लिया आपकी बिटिया ने, मिट्ट...बहुत अच्छा साक्षात्कार लिया आपकी बिटिया ने, मिट्टी से जुड़े रहने का सुख सबसे बड़ा सुख है| बहुत बहुत बधाई हो........Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-44010131268547596132011-09-17T00:36:10.330+05:302011-09-17T00:36:10.330+05:30और सारी बातें(विशेषताएं)तो आपका यह ब्लाग पढते-पढते...और सारी बातें(विशेषताएं)तो आपका यह ब्लाग पढते-पढते स्वतः ही आत्मसात् होचुकीं है लेकिन भाषा के विषय में जिज्ञासा थी क्योंकि पहली बार ही पढते लगा कि आपकी अभिव्यक्ति में जो प्रभाव है वह काफी कुछ इस अनूठी भाषा के कारण भी है । अब तो कई बार संवादों में भी कुछ-कुछ यही भाषा आजाती है । भाषा का इससे अधिक प्रभाव और क्या होगा ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-33934932752643756162011-09-17T00:16:00.258+05:302011-09-17T00:16:00.258+05:30और सारी बातें(विशेषताएं)तो आपका यह ब्लाग पढते-पढते...और सारी बातें(विशेषताएं)तो आपका यह ब्लाग पढते-पढते स्वतः ही आत्मसात् होचुकीं है लेकिन भाषा के विषय में जिज्ञासा थी क्योंकि पहली बार ही पढते लगा कि आपकी अभिव्यक्ति में जो प्रभाव है वह काफी कुछ इस अनूठी भाषा के कारण भी है । अब तो कई बार संवादों में भी कुछ-कुछ यही भाषा आजाती है । भाषा का इससे अधिक प्रभाव और क्या होगा ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-79697896009510097782011-09-16T23:50:06.521+05:302011-09-16T23:50:06.521+05:30@ रजनीकांत जी:
१. इसके लिए यह पोस्ट देखें:
http://...@ रजनीकांत जी:<br />१. इसके लिए यह पोस्ट देखें:<br />http://chalaabihari.blogspot.com/2011/04/blog-post_30.html<br />२. जब लोकार्पित कर दिया तो कॉपी कोई कर ले, मैं रौंग नहीं मानता. सब राईट ही है!!<br />३. जीवन ने बहुत सारी नींदें छीनी हैं मुझसे, बस उन्हीं के एवज यह पोस्टें लिखी गयी हैं. या शायद यह मेरी खुद से मिलने के दौरान लिखी गयीं!<br />४. सिर्फ एक बात का..ईमानदारी! बनावट नहीं! अभिव्यक्ति सच्ची हो तो किसी भाषा में हो दिल तक पहुँचती है. और यह ब्लॉग इसका प्रमाण है!<br />५. कहते हैं अंत समय में स्मृति स्पष्ट हो जाती है. <br />६. कागज़ पर लिखे काफी समय हो गया. सीधा वर्ड में टाइप करता जाता हूँ. हाँ, एक सिटिंग में समाप्त कर देता हूँ यानी १५-२० मिनट के अंदर. हाँ उसके पहले दिमाग में पोस्ट चलती रहती है.<br />७. कभी सोचा नहीं. एक मित्र ने कहा था जब सौ हो जाएँ तो वे छपवा देंगे.चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-67181525698695680022011-09-16T23:29:21.872+05:302011-09-16T23:29:21.872+05:30सर जी कुछ प्रश्न मेरे भी हैं.....
१- 'चला बिहा...सर जी कुछ प्रश्न मेरे भी हैं.....<br />१- 'चला बिहारी ब्लोगर बनने' नाम कैसे सूझा ? <br />२- इसका कोपीराईट किसके पास है ?<br />३- इतना व्यस्त रहते हुए ब्लोगिंग के लिए समय कैसे निकालते हैं ?<br />४- अच्छा ब्लोगर बनने के लिए किन-किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए ?<br />५- आपकी स्मृति इतनी अच्छी कैसे है ?<br />६- पहले कागज़ पर लिखते हैं या सीधे ब्लॉग पर ?<br />७- इन पोस्ट्स को छपवाने के बारे में क्या ख्याल है ?<br />....बाकी प्रश्न सोचकर पूछूँगा .rajani kanthttps://www.blogger.com/profile/01145447936051209759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-68176375581443105702011-09-16T23:09:39.615+05:302011-09-16T23:09:39.615+05:30ऐसन intarview लीजियेगा ता बाकि लोगन का क्या होगा.....ऐसन intarview लीजियेगा ता बाकि लोगन का क्या होगा...सच कहें ता अपना इ जो शैली है न वो मत छोदियेगा कभी ...अइसहीं सूरज लेखे चमकते रहिये ...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-5687242841470702202011-09-15T10:19:00.676+05:302011-09-15T10:19:00.676+05:30इसमें तो कोई शक नहीं है कि इस साक्षात्कार से आपके...इसमें तो कोई शक नहीं है कि इस साक्षात्कार से आपके बारे में हमारी जानकारी में वृद्धि हुई है। बधाई।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-29924669747513140612011-09-14T19:24:11.809+05:302011-09-14T19:24:11.809+05:30एक बढियां साक्षात्कार ....साक्षात हुए हैं आप !एक बढियां साक्षात्कार ....साक्षात हुए हैं आप !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-18706802908397422202011-09-14T18:00:41.982+05:302011-09-14T18:00:41.982+05:30लीजिये जिस इंटरव्यू का इंतज़ार हम को इतने दिनों से ...लीजिये जिस इंटरव्यू का इंतज़ार हम को इतने दिनों से था वो छप भी गया और हम को खबर भी नहीं हुयी ... अगर आज रश्मि रविजा जी की पोस्ट ना देखी होती तो आपकी इस पोस्ट के विषय में पता ही नहीं चलता ... आप कुछ उपाए करें मेरे हिसाब से आपका ब्लॉग खुद बा खुद लोगो की ब्लॉग लिस्ट से गायब हो रहा है ... कहीं कोई वाइरस या मालवेअर ना आ गया हो ...<br /><br />खैर इन सब के बीच मुद्दे की बात तो रह ही गई ... गजब का इंटरव्यू लिया है ... समझ में आ रहा है जवाब देते में खूब पसीना निकला होगा आपका ... झूमा को बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएं !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-38783349547568455952011-09-14T17:42:36.815+05:302011-09-14T17:42:36.815+05:30क्षमा की बहुत देर से आया . कई और पोस्ट रह गए जिनपर...क्षमा की बहुत देर से आया . कई और पोस्ट रह गए जिनपर अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाया क्योंकि आपकी पोस्ट और इसकी भाषा सचमुच आत्मा तक पहुचती है. <br />कार्बन वाली पोस्ट इतनी अच्छी लगी थी कि कई बार पढ़ा और टिप्पणी लिख नहीं पाया. मेरी एक कविता भी थी इसपर. शायद कहीं खो गई. जब केमेस्ट्री आनर्स छोड़ कर अंग्रेजी साहित्य पढने आया था. खैर.. <br /><br />बिटिया द्वारा लिया गया यह साक्षात्कार अच्छा लगा. कल पढ़ कर गया था इसे.. आज टिप्पणी कर पा रहा हूं. मेरा बेटा ९ साल का है और मेरा ब्लॉग पढता है. अच्छा लगता है. मेरी एक कविता को उसने अपने स्कूल में सूना भी आया और तृतीय पुरस्कार भी मिला. बिटिया में पत्रकार के सभी गुण हैं. अच्छे सवाल पूछे हैं आपसे और आपका उत्तर अच्छा है क्योंकि प्रश्न अच्छे हैं. विषय का चयन वाला प्रश्न वाकई अच्छा है क्योंकि यही अचंभित करता है हर बार. बिटिया का भी संक्षिप्त परिचय देते तो अच्छा रहता.अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-2004284866808500502011-09-14T13:12:17.310+05:302011-09-14T13:12:17.310+05:30भाई शुकर करो झूमा ने धर्म संकट डालने वाला प्रश्न न...भाई शुकर करो झूमा ने धर्म संकट डालने वाला प्रश्न नहीं पुछा ... हा हा .. <br />मज़ा आ गया इस वार्तालाप का ...हिंदी दिवस की शुभकामनाएं ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-19531976340306197362011-09-14T11:22:35.267+05:302011-09-14T11:22:35.267+05:30झूमा ने तो interview लेकर शुरुआत कार दी है ,इंशाअल...झूमा ने तो interview लेकर शुरुआत कार दी है ,इंशाअल्लाह आगे और भी interview देते रहिये .आपके और चैतन्य जी की जोड़ी पर चार पंक्तियाँ------"वेदना में हम गुंथे तुमसे विंधे तुमसे, व परस्पर आवेष्टित हो गए .स्वप्न छिप्रा तीर पर कोई नहीं ये हम तुम्हारे ,किन्तु सहचर हो गए!!!!तृप्तिnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-86000073561750301322011-09-13T20:41:44.210+05:302011-09-13T20:41:44.210+05:30सलिल जी!!!आपका स्नेह ही है जिसके कारण हम आपसे ऐसे ...सलिल जी!!!आपका स्नेह ही है जिसके कारण हम आपसे ऐसे अनुरोध करते रहते हैं...,,,और यह आपकी महानता है कि आप हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लेते हैं;<br /><br />इन्टरव्यू वास्तव में ही बहुत प्रेरक है...झूमा ने कुछेक प्रश्नों में ही आपके ब्लॉग लेखन की सारी कहानी समेट ली!!! वह बधाई की पात्र है।<br /><br />भाभी जी से एक अनुरोध ....<br />भाभी जी !!! सलिल भाई साहब की पोस्टें जरुर पढ़िए और उनके अच्छे-बुरे पहलुओं पर टिप्पणी भी जरूर कीजिए...ये तो हो ही नहीं सकता कि आप सलिल जी की रचनाधर्मिता को न पहचान सकीं हों...!!!!मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-19242807777270031252011-09-13T19:41:19.923+05:302011-09-13T19:41:19.923+05:30bada majedaar interview raha chacha....:) :) isko ...bada majedaar interview raha chacha....:) :) isko aap us post ke baad hi post kar dete...anyway abhi saath saath celebrity wala post bhi dobara padh liye :)abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-42825647934341247362011-09-13T16:39:27.839+05:302011-09-13T16:39:27.839+05:30jab hum pahle baar apke phone no. save kiye to naa...jab hum pahle baar apke phone no. save kiye to naam dala 'apna'......kyon?........kyonki....ye<br />blog sahi me 'batiyata' hai pathak se..........<br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.com