tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post6825184268635225401..comments2024-02-20T15:42:35.518+05:30Comments on चला बिहारी ब्लॉगर बनने: बातें हैं बातों का क्याचला बिहारी ब्लॉगर बननेhttp://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comBlogger48125tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-73448738856281932642012-10-08T19:56:58.955+05:302012-10-08T19:56:58.955+05:30बहुत अच्छी लिखी है .
मेरी माँ भी उन्नाव (उ.प्र.) स...बहुत अच्छी लिखी है .<br />मेरी माँ भी उन्नाव (उ.प्र.) से हैं , वहाँ की बोली भी अपनी किस्म की अनूठी है , बहुत पसंद है हमें |<br />माँ हमेशा कहती है 'पचास ग्राम की तौ जबान होवत है , जब पाएओ उठा के पटक दीन्हेओ '<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-83442037569830325272011-08-02T18:29:16.733+05:302011-08-02T18:29:16.733+05:30बहुत खूब ..बहुत सुन्दरबहुत खूब ..बहुत सुन्दरAmrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-91795462315092865612011-08-02T09:02:40.414+05:302011-08-02T09:02:40.414+05:30nice post. aabharnice post. aabharAnkit pandeyhttps://www.blogger.com/profile/11393165744990605962noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-12678517922415045972011-08-01T07:06:08.004+05:302011-08-01T07:06:08.004+05:30ऊ लेम्बू वाला माजरा हमरे आगे ही हुआ था -बाकी तो घर...ऊ लेम्बू वाला माजरा हमरे आगे ही हुआ था -बाकी तो घरबार की बात सबके साथ एक्कै माफिक है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-45620593118390078802011-08-01T00:10:20.309+05:302011-08-01T00:10:20.309+05:30आहा , बीमार होने के सचमुच अपने फायदे हैं । आपके प्...आहा , बीमार होने के सचमुच अपने फायदे हैं । आपके प्रसंग पढना एक अलग अनुभव है । ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-14659852766471219282011-07-31T23:00:20.525+05:302011-07-31T23:00:20.525+05:30वाह!!
आज सचमुच मन है कहने का, अद्भुत!!
awesome !!
...वाह!!<br />आज सचमुच मन है कहने का, अद्भुत!!<br />awesome !!<br />कितना सहज..कितना सरल!Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-68967545883462902202011-07-31T22:35:34.934+05:302011-07-31T22:35:34.934+05:30दिलचस्प और सुन्दर प्रस्तुति|दिलचस्प और सुन्दर प्रस्तुति|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-1920725308128660522011-07-31T17:35:13.969+05:302011-07-31T17:35:13.969+05:30पहली बार पढ़ रहा हूँ आपको...
बहुत अच्छा लगा...
...पहली बार पढ़ रहा हूँ आपको...<br /><br />बहुत अच्छा लगा...<br /><br />मेरे ब्लॉग पर भी आपका स्वागत है...Arvind kumarhttps://www.blogger.com/profile/03504629875847185653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-14068734287588042452011-07-31T13:21:23.954+05:302011-07-31T13:21:23.954+05:30मुझे य समझ नहीं आया की मोहल्ले में जो बातें फैली थ...मुझे य समझ नहीं आया की मोहल्ले में जो बातें फैली थीं उनकी सफाई क्यों देनी पड़ी....असल बात छुपा गए आप ....<br />मजा आया बहुत अच्छा लगा पढ़ कर की आज भी सात जन्मों का करार अपनी महत्ता बांये हुए है <br />आभाररचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-25240491310933030202011-07-29T23:52:53.629+05:302011-07-29T23:52:53.629+05:30आनंद आ गया....आनंद आ गया....लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-64430273269773128112011-07-28T23:47:54.300+05:302011-07-28T23:47:54.300+05:30आपने बात क्या बनाई लोगों बात बनाने का मौका मिल गया...आपने बात क्या बनाई लोगों बात बनाने का मौका मिल गया। आप दोनों की जोड़ी सात क्या चौदह जनम तक सलामत रहे, यदि बीच में किसी को मोक्ष न मिल जाय तो।आचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-9486224329187797952011-07-27T22:09:03.156+05:302011-07-27T22:09:03.156+05:30धन्यवाद, मेरे ब्लॉग से जुड़ने के लिए और बहुमूल्य टि...धन्यवाद, मेरे ब्लॉग से जुड़ने के लिए और बहुमूल्य टिपण्णी देने के लिएसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-83025028581851513512011-07-27T22:08:24.177+05:302011-07-27T22:08:24.177+05:30पूरा संस्मरण पढ़ने के बाद आनंद आ गया वर्मा जीपूरा संस्मरण पढ़ने के बाद आनंद आ गया वर्मा जीसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-51733124657202712132011-07-27T17:50:58.446+05:302011-07-27T17:50:58.446+05:30सात जन्मों का साथ ... का बोलते हैं आप भी ... का एक...सात जन्मों का साथ ... का बोलते हैं आप भी ... का एको जनम काफी नही है ... <br />सच कहूँ तो काफी नहीं है ... एक दिन की जुदाई भी क्यों सहें ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-60538537964297086682011-07-27T17:17:08.633+05:302011-07-27T17:17:08.633+05:30आपके सेवा भाव के सजदे, वर्मा जी! साथ ही रसोई में ह...आपके सेवा भाव के सजदे, वर्मा जी! साथ ही रसोई में हाथ आजमाने का साहस दिखाने और पाक कौशल में निपुणता के लिए बधाई...सच है कि जरूरत से बड़ा कोई शिक्षक नहीं होता!! आशा है भाभी जी अब पूर्णतः स्वस्थ होंगी.SKThttps://www.blogger.com/profile/10729740101109115803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-7563114932353213582011-07-27T11:32:49.521+05:302011-07-27T11:32:49.521+05:30bade bhaiya aur bhouji ko isss mukesh ka sadar cha...bade bhaiya aur bhouji ko isss mukesh ka sadar charan sparsh:)मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-26809203649835277712011-07-26T21:41:08.289+05:302011-07-26T21:41:08.289+05:30बधाई हो करार के लिए।बधाई हो करार के लिए।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-15113430210586375102011-07-26T21:16:59.013+05:302011-07-26T21:16:59.013+05:30आनंद आगया जी, एक बार फ़िर से पढता हूं, बहुत लाजवाब....आनंद आगया जी, एक बार फ़िर से पढता हूं, बहुत लाजवाब.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-71936969023121662662011-07-26T19:38:42.564+05:302011-07-26T19:38:42.564+05:30आपके तिल के तार के विवरण से तार तार जुर गया.भगवान ...आपके तिल के तार के विवरण से तार तार जुर गया.भगवान न करे कि आपके यहाँ कोई बीमार परे मगर कम्बखत ये बुखार न आता तो शायद मैं इतना अच्छा पोहा नहीं खा पातीतृप्तिnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-5429022838705132602011-07-26T18:50:51.341+05:302011-07-26T18:50:51.341+05:30पूरा संस्मरण पढ़ने के बाद टिप्पणी लिखना शुरू करता ...पूरा संस्मरण पढ़ने के बाद टिप्पणी लिखना शुरू करता हूं तो कुछ लिख नहीं पाता क्योंकि मस्तिष्क में पूरा संस्मरण बार-बार रिवाइंड हो कर घूमने लगता है।<br />ऐसा लगता है जैसे आप संस्मरण सुना रहे हैं और हम सब आपके सामने अर्धगोल घेरे में बैठे चुपचाप सुन रहे हैं, भौंचक,... चकित....! <br />@‘‘मुझे तो वर्मा जी बहुत सीधे सादे लगते हैं, नज़र झुकाकर आते जाते हैं, नज़र मिल जाए तो नमस्ते ज़रूर करते हैं।‘‘<br />इस पंक्ति को पढ़कर मैं सोचने लगा- ‘‘क्या सभी वर्मा जी एक ही तरह के होते हैं ?‘‘<br />@‘छोड़कर नहीं जाने वाले हैं हम, अभी तो पहिला जन्म भी कम्प्लीट नहीं हुआ है, करार तो सात जन्म का है ना!‘<br />इस पंक्ति में श्लेष का अद्भुत प्रयोग किया है आपने, वाह......!!महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-3831086336679605082011-07-26T15:25:57.904+05:302011-07-26T15:25:57.904+05:30बातें तो हर कोई बना देता है .. उपेन्द्र नाथ "...बातें तो हर कोई बना देता है .. उपेन्द्र नाथ " अश्क " जी को परचून की दुकान चलानी पड़ी .. यह हाल है हमारे देश में किसी साहित्यकार का ..<br />श्रीमती जी की बीमारी की वजह से कुछ बनाना सीख लिया खाने में अच्छा है ..आप दोनों को ही सरलता होगी ... वरना बुकार में भी उठ कर बनाना पड़ता खाना .. इसमें आपकी संवेदनशीलता झलकती है .. <br />सात जन्मों का ही नहीं जन्म जन्मान्तर तक साथ रहे ..शुभकामनायेंसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-76286393691761281552011-07-26T14:38:19.314+05:302011-07-26T14:38:19.314+05:30bhai wah...........zayka zabardast !bhai wah...........zayka zabardast !रूपhttps://www.blogger.com/profile/14926598063271878468noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-13850707932383905422011-07-26T14:30:52.767+05:302011-07-26T14:30:52.767+05:30अच्छा हुआ,आपने खाना बनाना सीख लिया...वर्ना यही कह...अच्छा हुआ,आपने खाना बनाना सीख लिया...वर्ना यही कहने वाले थे हम....कि खिचड़ी या दाल-भात-चोखा बनाना कोई मुश्किल नहीं...बेसिक चीज़ें तो सबको आनी ही चाहिएँ. <br /><br />बात का बतंगड़ बनने की कहानी ख़ूब कही...<br /> 'उपेन्द्र नाथ अश्क ' जैसे लेखक को आजीविका चलाने के लिए एक परचून की दुकान खोलनी पड़ी थी...बहुत ही खेदजनक है यह.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-13548105868038438812011-07-26T14:12:38.773+05:302011-07-26T14:12:38.773+05:30इसका मतलब ऊ सातो जनम में हम्मर भौजाई बनल रहेंगी......इसका मतलब ऊ सातो जनम में हम्मर भौजाई बनल रहेंगी...ह्म्मु एक साथ दू वरदान मांग लिए भौजाई सातो जन्म में बिना तुमरे रहे थोड़े ना रहने वाली हैं मेरे साथ...शशि प्रियhttp://shashipriyavarma.blogpost.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-37695951367910134472011-07-26T14:05:21.886+05:302011-07-26T14:05:21.886+05:30दिलचस्प और सुन्दर प्रस्तुतिदिलचस्प और सुन्दर प्रस्तुतिअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.com