tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post1691166099678416280..comments2024-02-20T15:42:35.518+05:30Comments on चला बिहारी ब्लॉगर बनने: एक अकेला उस शहर में!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttp://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comBlogger53125tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-3761764971704343302012-10-08T16:06:38.058+05:302012-10-08T16:06:38.058+05:30एक बार फिर कहना चाहूँगा , भूते सुन्दर परिवार मिला ...एक बार फिर कहना चाहूँगा , भूते सुन्दर परिवार मिला है आपको , भोले बाबा आप सब की रक्षा करें |<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-65000428694402634692012-01-29T20:42:16.518+05:302012-01-29T20:42:16.518+05:30bahut sunder vivran likhe yatra ka......bahut sunder vivran likhe yatra ka......mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-41622245323283943322012-01-29T09:15:59.565+05:302012-01-29T09:15:59.565+05:30सभी बड़े आदमियों की बातें सुनकर अब हमें खुश होने स...सभी बड़े आदमियों की बातें सुनकर अब हमें खुश होने से कौन रोकेगा भला !<br /><br />मेल-मिलाप वार्ता अच्छी लगी।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-13472174864694296412012-01-27T21:10:48.186+05:302012-01-27T21:10:48.186+05:30आप अकेले कहाँ थे ।( आप जैसे लोग अकेले हो भी नही सक...आप अकेले कहाँ थे ।( आप जैसे लोग अकेले हो भी नही सकते )पूरा शहर ही तो आपके आसपास था । किसी जगह या शहर को को किसी के नाम से जानने वाली बात दिल को छू गई । ऐसा सबके साथ होता है ।लेकिन इस तरह लिखने का विचार शायद ही किसी को आता हो । आपका संस्मरण पढते-पढते बैंगलोर का भ्रमण भी होगया । शुक्रिया ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-57892651773464042312012-01-27T18:28:54.019+05:302012-01-27T18:28:54.019+05:30काश,आपके बंगलोर पधारने के कार्यक्रम का पता होता ...काश,आपके बंगलोर पधारने के कार्यक्रम का पता होता तो आपसे<br />भेंट होती , में भी पिछले ६ साल से बंगलोर के मस्त मोसम का<br />मजा ले रहा हूँRajputhttps://www.blogger.com/profile/08136572133212539916noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-29409205522133491882012-01-27T09:46:01.882+05:302012-01-27T09:46:01.882+05:30:) :):) :)Ravi Shankarhttps://www.blogger.com/profile/08004933931335889834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-29896170357574238822012-01-26T22:14:25.148+05:302012-01-26T22:14:25.148+05:30पहले मुझे लगता था कि संयोग सिर्फ फिल्मों में ही हो...पहले मुझे लगता था कि संयोग सिर्फ फिल्मों में ही होते हैं... लेकिन इस यात्रा के बाद विश्वास हो गया कि संयोग होते हैं वास्तविक जीवन में भी... सरिता दी और आपसे से न मिल पाना इसी बात का प्रमाण है!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-25930637588713764252012-01-26T21:31:11.123+05:302012-01-26T21:31:11.123+05:30हम रहते अगर बैंगलोर में तो आपसे मिलने हर दिन आ जात...हम रहते अगर बैंगलोर में तो आपसे मिलने हर दिन आ जाते होटल में ही :) <br />खैर फिर भी आपका ट्रिप मस्त रहा चचा :Pabhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-34948229715861743782012-01-26T21:25:07.001+05:302012-01-26T21:25:07.001+05:30स्वागत है ....
माओवाद के सुर में जहाँ रोकर भी है ...स्वागत है ....<br /><br />माओवाद के सुर में जहाँ रोकर भी है गाना<br />पता बारूद की दुर्गन्ध से तुम पूछ कर आना. <br />बिना दीवारों का कोई किला गर देखना चाहो <br />तो बस्तर के घने जंगल में चुपके से चले आना. <br /><br />बातों-बातों में व्यवस्था पर काव्यात्मक तमाचा मारने से बाज नहीं आते आप भी. <br /><br />यहाँ की ब्लाइंड सरकार हो या वहाँ की ब्लाइंड फिश .....<br /><br />मज़ा आ गया. चलिए, अब निकालिए गरमागरम लिट्टी-चोखा ......बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-89186782070943705292012-01-26T21:10:33.466+05:302012-01-26T21:10:33.466+05:30मजा आ गया भाई, आपकी भावभरी पोस्ट पढ़ के ,
सच में औ...मजा आ गया भाई, आपकी भावभरी पोस्ट पढ़ के ,<br />सच में औपचारिकतारहित बातों में ही असली आनंद छिपा है.alka mishrahttps://www.blogger.com/profile/01380768461514952856noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-7861709496053761952012-01-26T20:31:13.228+05:302012-01-26T20:31:13.228+05:30उस दिन से पैर में स्केट और शरीर में रिंच लगा है, ग...उस दिन से पैर में स्केट और शरीर में रिंच लगा है, गर्दन में मोच और चार दिन बाहर, आज घर पहुँच कर सुस्ता रहे हैं।<br />सोचे कि शनिवार की रात को प्रयास किया जाये, कार्यक्रम के बाद घड़ी देखे तो 11:30, संकोच के कारण फिर आपको फोन नहीं किये।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-80977158658972940812012-01-26T17:12:58.205+05:302012-01-26T17:12:58.205+05:30हकीकत में बदलती आभासी दुनिया का रोमांच.हकीकत में बदलती आभासी दुनिया का रोमांच.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-22468238625420086392012-01-26T13:13:33.925+05:302012-01-26T13:13:33.925+05:30दिमाग में जबलपुर था, लिखते समय भोपाल लिख गया... सु...दिमाग में जबलपुर था, लिखते समय भोपाल लिख गया... सुधार के लिए धन्यवाद!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-17444328871204161772012-01-26T13:04:51.391+05:302012-01-26T13:04:51.391+05:30इ अनूप शुकुल कब से भोपाल में रहने लगे ? हम तो समझ...इ अनूप शुकुल कब से भोपाल में रहने लगे ? हम तो समझे कानपुर से जबलपुर गए है वो .ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-70854269519777749472012-01-26T13:03:33.315+05:302012-01-26T13:03:33.315+05:30अरुण जी से मिलने जब करन जी आये थे हमने भी देखा था....अरुण जी से मिलने जब करन जी आये थे हमने भी देखा था... बहुत शालीन हैं...बढ़िया वृतांत... गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनामेरे भावhttps://www.blogger.com/profile/16447582860551511850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-64881253922846269502012-01-26T12:04:58.292+05:302012-01-26T12:04:58.292+05:30मेरी टिप्पणी फिर ग़ायब?मेरी टिप्पणी फिर ग़ायब?Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-31124569702773874812012-01-26T09:09:11.566+05:302012-01-26T09:09:11.566+05:30बहुत ही अच्छा लगा विवरण मामा जी
@ शिखा जी की बात ...बहुत ही अच्छा लगा विवरण मामा जी <br />@ शिखा जी की बात से पूरी तरह से सहमत हूँ <br /><br />गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं....!<br />जय हिंद...वंदे मातरम्।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-85270427611910668032012-01-26T08:43:40.672+05:302012-01-26T08:43:40.672+05:30चेन्नागि इदिरा!
उत्साही जी, करण जी और अन्य परिवार...चेन्नागि इदिरा!<br /> उत्साही जी, करण जी और अन्य परिवारजनों से मुलाकात की बधाई! वाकई आप (और अभिषेक भी) बैंगलोर को बहुत मिस कर रहे हैं। <br />बेंगळूरु, बेंगळूरु, बेंगळूरु! एक शहर जहाँ लगभग हर साल रहा मगर फिर भी बहुत कम रहा। उस एक शहर में उतने कम समय में इतना कुछ हुआ कि आज तक शायद किसी और नगर-गाँव में नहीं हुआ। क्या कहूँ, आपने शहर का नाम लेकर ही इमोसनल कर दिया ...Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-6730284851049919342012-01-26T08:08:52.561+05:302012-01-26T08:08:52.561+05:30सही कहे हैं ...किसी भी शहर का नाम ले तो वहां के ब्...सही कहे हैं ...किसी भी शहर का नाम ले तो वहां के ब्लॉगर ही ध्यान में आते हैं , जैसे बिहार का नाम आते ही बिहारी ब्लॉगर !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-67882096092428999012012-01-26T07:07:24.224+05:302012-01-26T07:07:24.224+05:30वाह बैंगलूरू में आये हमें पता भी ना चला :( एक ब्लॉ...वाह बैंगलूरू में आये हमें पता भी ना चला :( एक ब्लॉगर से मिलने से रह गये, आज हमें पता चला कि उत्साही जी भी बैंगलूरू में हैं ।<br /><br />ब्लॉग ने जितना अपनापन और परिवार जितना प्यार दिया है, कभी सोचा भी न था।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-7032704314068877232012-01-26T01:44:11.661+05:302012-01-26T01:44:11.661+05:30ब्लागिंग करते करते रिश्ते बनते जाते हैं... बस नि...ब्लागिंग करते करते रिश्ते बनते जाते हैं... बस निभाने को होना। <br />बढिया पोस्ट। <br /><br />गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं....<br /><br />जय हिंद... वंदे मातरम्।Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-84863918283395175332012-01-26T01:34:43.014+05:302012-01-26T01:34:43.014+05:30डॉक्टर साहब!
दिल्ली के सीमेंट का जंगल हो या आपके ब...डॉक्टर साहब!<br />दिल्ली के सीमेंट का जंगल हो या आपके बस्तर का हरियाला जंगल, यहाँ की ब्लाइंड सरकार हो या आपकी ब्लाइंड फिश, यहाँ के आदमखोर दोपाये हों या आपके उधर के चौपाये, यहाँ का चारित्रिक फाल हो या आपका देसी नियाग्रा फाल.. <br />परमात्मा ने चाहा तो मिलेंगे ज़रूर, इंशा अल्लाह!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-79808178097700736172012-01-26T00:20:55.489+05:302012-01-26T00:20:55.489+05:30सच्ची ! शहर अब ब्लोगर्स के नाम से मन में उभरते हैं...सच्ची ! शहर अब ब्लोगर्स के नाम से मन में उभरते हैं. हम भी दो बार दिल्ली गए तो सोचा कि यहाँ सलिल जी से मिलना है ...पर नम्बरवये नहीं था ......अब शायद अप्रेल में कभी जाना होगा तो कोशिश करेंगे ...पर महाराज नम्बरवा त दीजिये. <br /> कभी हमरे जंगल की तरफ आइयेगा त भूलियेगा मत ....हम जंगल से निकल के सड़क पर आ जायेंगे आपको लेने ......सेर-भालू-चीता सबसे मुलाक़ात करवा देंगे ...दुर्लभ ब्लाइंड फिश से भी ....और भारतीय नियाग्रा से भी .....और ....आप पहले तसरीफ तो लाइए .....<br />यह एक अच्छी शुरुआत है ...होना तो यही चाहिए कि हम जब भी कहीं जाएँ तो वहाँ के ब्लोगर से मिलने की कोशिश ज़रूर करें ........वैसे ब्लॉग ने हमारी दुनिया हमारे कितने करीब ला दी है ...सोच कर बहुत अच्छा लगता है.........बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-76169849857186951232012-01-25T23:52:38.705+05:302012-01-25T23:52:38.705+05:30बहुत प्यारी पोस्ट है...
यहाँ स्वीडन में भी आपका एक...बहुत प्यारी पोस्ट है...<br />यहाँ स्वीडन में भी आपका एक परिवार रहता है... कभी इधर आना हो तो हमारा सौभाग्य होगा!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-78635969737347947072012-01-25T22:27:40.677+05:302012-01-25T22:27:40.677+05:30हम भी शामिल हो गए जी इस ब्लॉगर-बंधु-बैठक में इस सु...हम भी शामिल हो गए जी इस ब्लॉगर-बंधु-बैठक में इस सुंदर यात्रा-वृतांत के साथ!!!<br /><br />ब्लॉग पर देखाई देने वाला फोटो से जादा मासूम चेहरा अऊर सालीनता...करण जी को नमस्कार!!!<br /><br />पता करना मोसकिल था कि हम सावन के अंधा थे कि परमात्मा के खोजी जिसको हर प्राणी में राजेस उत्साही का छबि देखाई दे रहा था...<br />उत्साही जी को प्रणाम <br /><br />और आपको साधुवाद इस पोस्ट के लिए!!!मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.com