tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post4836383779838913229..comments2024-02-20T15:42:35.518+05:30Comments on चला बिहारी ब्लॉगर बनने: गाली का आनंद!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttp://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-72744472511137765682012-10-08T00:39:42.588+05:302012-10-08T00:39:42.588+05:30चचा , हालाँकि ए परम्परा अब बहुत हद तक खतम हुई चुकी...चचा , हालाँकि ए परम्परा अब बहुत हद तक खतम हुई चुकी है लेकिन हमारी खुसकिस्मती है कि हमने इहका स्वाद चखा है , अब परीक्षा मत लीजियेगा , कहे कि हम को ज्यादा कुछ याद नहीं है , बहुत छोटे थे हम |<br />लेकिन गर्व से कहते हैं कि नयी फसल के सुद्ध मसालों (नए युवाओं) में बहुत कम ही हैं जिन्होंने इहका स्वाद चखा है और "हम उनमे से एक हैं" :)<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-79469284943564747562010-07-15T14:17:39.242+05:302010-07-15T14:17:39.242+05:30अरे महराज,
किला हिला दिए.... ! सच्चे में.... एगो-ए...अरे महराज,<br />किला हिला दिए.... ! सच्चे में.... एगो-एगो बराती आँख के अआगे नाच गया... ! मुकुंद भाई के बरियाती गए रहे मनिकौली.... उहाँ इहे जोगार लगाए. उ का था कि उनका लग्नपत्रिका का स्वीकृति हमहि लिखे थे... सो उस साइड का नाम सब जुबानिये याद था.... बस रोकी और रिशु को सिखा दिए... उ भूत जैसे बक दिया ! भातखाई बेला.... 'पेट हंडी जेना मुँह अंडी जेना.... तो हमलोग सुने मगर उके बाद जैसे ही नोमिनेटेद गाली शुरू हुआ... कि समझिये 'त्वदीयं वस्तु गोविन्दम.... तुभ्यमेव समर्पयेत.... !!' बरियात-सरियात में जो हंसी बजरा कि पूछिये मत! फेर फूल मामा कहिन कि ओह ई में मजा नहीं आया.... सब का असली नाम बताया गया तब जा के सेकेण्ड राउंड शुरू हुआ.... ....... की......... चने के खेत में !!! लेकिन अपने मिथिलांचल की एगो खासियत है, इहाँ गालियों देते हैं तो इतना परेम से कि.... मन लोभा जाए !! आप तो भूले-बिसरे दिन याद करवा दिए !!!!करण समस्तीपुरीhttps://www.blogger.com/profile/10531494789610910323noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-8795189437581899732010-07-12T12:49:53.753+05:302010-07-12T12:49:53.753+05:30सही कह रहे हैं आप .... कभी कभी कुछ ख़ास दोस्तों क...सही कह रहे हैं आप .... कभी कभी कुछ ख़ास दोस्तों को जब तक गाली ना दो वो समझते ही नही है "..." .....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-66240156685156139322010-07-12T10:28:26.123+05:302010-07-12T10:28:26.123+05:30प्यार मे तो सब कुछ अच्छा लगता है। पर गाली खाने वाल...प्यार मे तो सब कुछ अच्छा लगता है। पर गाली खाने वाले की नज़र उदार हो वर्ना लेने के देने पड जाते हैं। अच्छी पोस्ट है धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-24645418889779829462010-07-11T23:26:01.365+05:302010-07-11T23:26:01.365+05:30हरयाणा में भी इस प्रथा का चलन है जी.
एक प्रार्थना...हरयाणा में भी इस प्रथा का चलन है जी.<br /><br />एक प्रार्थना है कुछ हिंदी में लिखे तो बेहतर होगा..अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-40508251582256441272010-07-11T13:14:24.627+05:302010-07-11T13:14:24.627+05:30rajkumar soni ji se yaha tak pahucha. blog ke naam...rajkumar soni ji se yaha tak pahucha. blog ke naam ki tarah majedar.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-75819089342836421342010-07-11T12:57:16.296+05:302010-07-11T12:57:16.296+05:30गाली न हुई रंगों की पिचकारी हो गई, भीग कर तरबतर ह...गाली न हुई रंगों की पिचकारी हो गई, भीग कर तरबतर होने का अलग ही मजा!!SKThttps://www.blogger.com/profile/10729740101109115803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-30108010678971174982010-07-11T10:08:37.166+05:302010-07-11T10:08:37.166+05:30तो बिहारी बबुआ जब अपनी तशरीफ की टुकनिया लेकें हमा...तो बिहारी बबुआ जब अपनी तशरीफ की टुकनिया लेकें हमाए दुआरे के गुलमोहर तरे धमक ही गए तो फिर हमखों भी तो आने ही पड़ो न। बबुआ जो गारी पुरान हमाए इते सो होत रओ।माने की बुंदेलखंड में, बघेलखंड,मालवा में और माने समपूरन मध्यप्रदेश भर में। अभईं भी होत है। और हमने भी गारी खाईं हैं मुतकी। कायसें कि बिन्ना गारी खाए बिना ब्याह करवे में मजा नहीं आऊत । <br />सो बबुआ हम भी दो चार गारी देके ही टरेंगे। चलो आगे काजें बचा लेते हैं। काय सें कि कभऊं तो गारी को मोको परेगो ही। <br />(शुक्रिया मियां कि आप तशरीफ लाए। पैदाइशी बुदेलखंडी हूं। इतनी भाषा अपनी दादी से ही सीख पाया सो बस वही लिख मारी। अब अगर गाली भी लगे तो कोई बात नहीं क्योंकि गालियों की चर्चा हो रही है। वैसे गाली का अपना एक समाजशास्त्र और मनोविज्ञान भी है। वह हमारा तनाव कम करती है। खैर यह गंभीर विमर्श का विषय है।)राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-8619806485291482282010-07-11T02:15:52.233+05:302010-07-11T02:15:52.233+05:30मजा आ गया.. लगा जैसे किसी शादी में ही गए हुए हैं.....मजा आ गया.. लगा जैसे किसी शादी में ही गए हुए हैं.. :)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-65688662584395408862010-07-10T22:14:35.402+05:302010-07-10T22:14:35.402+05:30परम्पराएँ बहुत कुछ कहती हैं ...प्यार से दी गई इन ग...परम्पराएँ बहुत कुछ कहती हैं ...प्यार से दी गई इन गालियों को इस पोस्ट के माध्यम से जीवंत करने के लिए आभार...मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-13085840252272420802010-07-10T17:34:30.283+05:302010-07-10T17:34:30.283+05:30rajasthan me bhee ye pratha thee .samadhee log jai...rajasthan me bhee ye pratha thee .samadhee log jaise hee dwar par aate the chun chun kar ghar ke har rishtedaar ko geeto me gagakar sunaaee jatee thee galiya........pr ab ye khatam ho rahee hai pratha.........<br /><br />mere pati bata rahe the ki 65 me jab unhone IIT kanpur join kiya us samay tho hostelo ke beech galee competition hota tha jo jyada innovative galiya deta tha vo hee vijayee ghoshit hota tha.......<br />Raat bhar ye silsila chalta rahta tha......<br />vaise ise mamle me ye peeche hee hai.....<br />kabhee inke muh se koi gaalee ine 37 varsho me sunne ko nahee milee .<br />krodh kee charam seema jub hotee hai jaise kisee ko galat turn lete dekhte hai ya signal todte dekhte hai to <br />FUNNY FELLOW .isse aage nahee badte......<br />aapkee post badee rochak rahee.Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-84621986006433392602010-07-10T16:33:35.831+05:302010-07-10T16:33:35.831+05:30बड़ी पुरानी याद दिला दी आपने , आनंद आ गया ...इन गा...बड़ी पुरानी याद दिला दी आपने , आनंद आ गया ...इन गालियों में वाकई बहुत प्यार होता था ...गाली खा कर धन्य होते थे अगर अपना नाम छुट जाता तो बड़ा खराब लगता था ! :-) भारतीय ग्रामीण संस्कृति के मोहक यादों को अपनी रचना में शामिल करने के लिए शुभकामनायें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-87406475540379080672010-07-10T16:19:41.021+05:302010-07-10T16:19:41.021+05:30राम जी से पूछें जनकपुर की नारी
बता दे बबुआ ,बबुआ द...राम जी से पूछें जनकपुर की नारी<br />बता दे बबुआ ,बबुआ देत काहे गारी<br /><br />इसका आनंद तो अलग ही होता है।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-41856391910985577022010-07-10T12:50:39.433+05:302010-07-10T12:50:39.433+05:30अहहहाहा...अईसा प्रेम से कोई गाली देगा तो कौन नहीं ...अहहहाहा...अईसा प्रेम से कोई गाली देगा तो कौन नहीं खायेगा...जिस गाली से प्रेम टपके उसका क्या कहना...बहुत जोर बात बताये हैं आप...<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-45736466956608289512010-07-10T12:47:03.269+05:302010-07-10T12:47:03.269+05:30बहुत खूब सलिल भाई!
कुछ तो है! अपने इस भारत की मिट्...बहुत खूब सलिल भाई!<br />कुछ तो है! अपने इस भारत की मिट्टी में जो इतनी निराली परम्परायें अभी तक सहेजी जाती हैं...जहां इंडिया में गाली अपमान का पर्याय भर है वहां भारत में इन्हे हँसी ठिठोली के रूप में भी जब तब उपयोग कर लिया जाता है...<br />बरसाने की लठ्ठ मार होली भी प्रेम का ऐसा विरोधाभासी सा लगने वाल प्रीतिकर रूप प्रस्तुत करती है.. <br /><br />प्रेम !<br />चैतन्यAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/04783720659914391882noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-20707239697844700192010-07-10T10:22:10.794+05:302010-07-10T10:22:10.794+05:30नमस्ते बाबूजी,
इस प्रथा के बारे में मैंने भी सुन...नमस्ते बाबूजी, <br />इस प्रथा के बारे में मैंने भी सुना है लेकिन देखा नहीं है अब शायद हमारे घर में ऐसा नहीं होता पर पहले शायद होता था ! एनडीटीवी इमेजिन पर एक शो आता था "जमुनिया" उसमे जमुनिया की शादी में ये देखा था ! जैसे ही सभी लड़के वाले खाने बैठे तो औरतो ने गलियों की बोछार शुरू कर दी थी ! तब मम्मी से पता चला था इस प्रथा के बारे में ! <br />और बाबूजी हमारी पोस्ट पर आपके कमेन्ट का जवाब पहुच गया है !soni garg goyalhttps://www.blogger.com/profile/04213856425345615300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-88544886802817740472010-07-10T10:13:24.064+05:302010-07-10T10:13:24.064+05:30सलिल जी,
बहुत सुन्दर मीमांसा करते हैं आप.
आपकी टिप...सलिल जी,<br />बहुत सुन्दर मीमांसा करते हैं आप.<br />आपकी टिपण्णी का ह्रदय से धन्यवाद, किन्तु मुझमे ऐसा कुछ भी विशेष नहीं.Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-992384967816099202010-07-10T08:51:56.190+05:302010-07-10T08:51:56.190+05:30वही तो कहूं की बिहारी बाबू की पोस्ट और गाली की चर्...वही तो कहूं की बिहारी बाबू की पोस्ट और गाली की चर्चा नहीं..!<br />उम्दा पोस्ट लिखने के लिए आभार. <br />हमारे बनारस में भी लोग हर वाक्य में एक गाली घुसेड़ने की कला जानते हैं ..दो बनारसी अगर प्रेम से बतिया रहे हों तो एक घंटे में एक हजार गाली सुनने को मिल सकती है. आप समझेंगे की वो झगड़ रहे हैं जबकी उनके प्रेम में उत्तरोत्तर विकास हो रहा होता है.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-11427303275015988912010-07-10T08:27:39.652+05:302010-07-10T08:27:39.652+05:30सलिलजी
आप मेरे ब्लाग पर प्रायः आते रहे हैं
आपके प्...सलिलजी<br />आप मेरे ब्लाग पर प्रायः आते रहे हैं<br />आपके प्रोत्साहन से मैं अभिभूत भी हुआ हूं<br />आपके बतियाने के अन्दाज में एक आत्मीयता लगती है. बड़ा अच्छा लगता है<br />आपका परिचय भी पढ़ा उसने तो और ज्यादा गदगद कर दिया.<br />आपको अच्छा लिखने से कोई इसलिए भी नहीं रोक पाएगा क्योंकि आप दिल से लिखते हैं<br />और दिल से लिखने वाले लोग सीधे दिल पर उतरते हैं<br />क्षमा करिएगा आपसे अनुमति लिए बगैर आपको अपने दिल में एक प्लाट हमने दिल डाला है.<br />आप सोच रहे होंगे कि क्या हम प्लाट बेचने का धंधा करते हैं..<br />नहीं साहब दिल काफी बड़ा.. जो कालोनी मैं वहां बनाने जहां जा रहा हूं वहां सिर्फ और सिर्फ अच्छे लोगों को ठौर मिल पाएगा.<br />आप स्नेह बनाए रखें<br />आपसे उम्र में छोटा हूं इसलिए सुझाव की भी जरूरत होगी.राजकुमार सोनीhttps://www.blogger.com/profile/07846559374575071494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-6804257128112429742010-07-10T08:24:14.338+05:302010-07-10T08:24:14.338+05:30हा हा , शानदार चाचा :) मस्त
पता है, हम भी शादी मे...हा हा , शानदार चाचा :) मस्त <br />पता है, हम भी शादी में जब सुनते हैं की सब को गरियाया जाता है, तो खूब हंसी भी आता है :)abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-76513237076548295212010-07-10T07:22:11.071+05:302010-07-10T07:22:11.071+05:30Beautiful post...enjoyed reading .Beautiful post...enjoyed reading .ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-54645126709714428552010-07-09T23:16:35.404+05:302010-07-09T23:16:35.404+05:30सलिल जी का बताएं ई पढ के एक ठो बियाह अटेंड किए रहे...सलिल जी का बताएं ई पढ के एक ठो बियाह अटेंड किए रहे ऊ में सुना गारी इयाद आ गया<br />बरियतिया सब बिटंडी जका<br />ओकर पेट हंडी जका।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-51293922167922531922010-07-09T21:42:11.978+05:302010-07-09T21:42:11.978+05:30बहुत बढ़िया सलिल भाई !
आज खूब समां बंधा है आपने ! ...बहुत बढ़िया सलिल भाई !<br />आज खूब समां बंधा है आपने ! मेरे मामा जी के लड़के की शादी में खूब गालियाँ पड़ी थी हम लोगो को और आपने सच कहा, बुरा किसी ने नहीं माना बल्कि खूब मज़ा लिया गया इस परंपरा का !!शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-75030207768755061042010-07-09T21:36:36.579+05:302010-07-09T21:36:36.579+05:30सर जी जब सुमन जी ने nice लिख दिया है तो आगे.. का ...सर जी जब सुमन जी ने nice लिख दिया है तो आगे.. का कहिन ... बहुत बढ़िया ..समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-34879395402864253552010-07-09T21:29:24.698+05:302010-07-09T21:29:24.698+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.com