tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post7624834114357954763..comments2024-02-20T15:42:35.518+05:30Comments on चला बिहारी ब्लॉगर बनने: राखी पर कुछ प्रेमपत्र - बहनों केचला बिहारी ब्लॉगर बननेhttp://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-73210961281284123632012-10-08T02:28:01.280+05:302012-10-08T02:28:01.280+05:30आप बहुते किस्मत वाले हो चचा कि ऐसा एगो परिवार मिला...आप बहुते किस्मत वाले हो चचा कि ऐसा एगो परिवार मिला , नहीं तो कितने होते हैं जो हर साल राखी खुद खरीद कर खुद बाँध लेते हैं :(<br />आइन्दा बहन के ऊपर कौनो पोस्ट डालियेगा तो पहिले बता दीजियेगा , हम नहीं पढेंगे | काहे कि फिर हम सेंटिया जायेंगे और (बुरा मत मानियेगा) आपसे जलने भी लगेंगे |<br />खाली-पीली आधी रात का आंखन मा लोर भरवा दिए | <br />इश्वर से आपकी और आपके खूबसूरत परिवार की भलाई की कामना करता हूँ |<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-81272349842236993462010-08-26T20:41:03.902+05:302010-08-26T20:41:03.902+05:30दिलों को जोड़ने वाली पोस्ट.
राखी मिले न मिले मगर र...दिलों को जोड़ने वाली पोस्ट.<br />राखी मिले न मिले मगर राखी के दिन बहन की बोली भी सुनने को मिलती है तो मन हर्षित हो जाता है.<br />...देर से आया.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-85159931739354678322010-08-26T17:37:06.846+05:302010-08-26T17:37:06.846+05:30हमारी तरफ ( मुज़फ्फर नगर )गाँव देहात में राखी को ...हमारी तरफ ( मुज़फ्फर नगर )गाँव देहात में राखी को पहुंची कहते हैं....यानि हे बहिन, राखी पहुँच गयी. राखी का मतलब भी यही है कि आपकी भेजी, हमने रख ली. सो यह त्यौहार भारतीय डाक और मनी आर्डर सेवा के बिना संपन्न नहीं होता. एक बेहद भावप्रद आलेख.SKThttps://www.blogger.com/profile/10729740101109115803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-55266371139673484242010-08-26T12:23:19.465+05:302010-08-26T12:23:19.465+05:30बहिन लोग से मिलके आज बहुत ख़ुशी लागल.
हमरो पास रक्...बहिन लोग से मिलके आज बहुत ख़ुशी लागल.<br />हमरो पास रक्षा बंधन, छोटकी बहन और चिट्ठी के महिमा.. ई सब के ख़ास अनुभव बा.<br /><br />बधाई!!Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-30902767677870189992010-08-25T19:22:17.755+05:302010-08-25T19:22:17.755+05:30बहुत अच्छा लगा आपकी बहनों से मिलकर ..हम भी न जाने ...बहुत अच्छा लगा आपकी बहनों से मिलकर ..हम भी न जाने कितने सालों से यूँ ही चिट्ठियों में ही रखी बांध रहे हैं .क्या करें खानाबदोश जो हैं :)<br />शुभकामनायेंshikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-2855261402196777582010-08-25T16:52:37.740+05:302010-08-25T16:52:37.740+05:30चैतन्य की कही बात अक्षरशः मेरी भी मान लें ...शुभका...चैतन्य की कही बात अक्षरशः मेरी भी मान लें ...शुभकामनायें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-624280155730385702010-08-25T16:13:16.541+05:302010-08-25T16:13:16.541+05:30"बहिन का भरोसा भाई का सही साइकोलॉजी समझता है&..."बहिन का भरोसा भाई का सही साइकोलॉजी समझता है"<br /><br />सच..और सच पर प्रशंसा नहीं होती, नत हुआ जाता है.Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-80888898683448566902010-08-25T14:38:51.539+05:302010-08-25T14:38:51.539+05:30@DIVYA
THANK YOU DI
PRANAM@DIVYA<br /><br />THANK YOU DI<br /><br />PRANAMसञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-74196598750637795832010-08-25T09:18:13.192+05:302010-08-25T09:18:13.192+05:30बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुती ,रक्षाबंधन पर बहनो...बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुती ,रक्षाबंधन पर बहनों को याद करने का आपका ये निराला अंदाज पसंद आया ,शानदार ,सभी बहनों को हमारी ओर से भी बधाई और शुभकामनायें ...honesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-18184920572811543612010-08-25T08:04:01.503+05:302010-08-25T08:04:01.503+05:30बहुत प्यारी सी पोस्ट है चचा जी,
हम भी सोचे थे की ...बहुत प्यारी सी पोस्ट है चचा जी, <br />हम भी सोचे थे की राखी के दिन कुछ लिखेंगे लेकिन अभी पटना में इतना व्यस्त हो गए हैं घर के कुछ कामों में की सही से कुछ लिख पाने का वक्त नहीं मिल रहा..abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-17195335991011206652010-08-25T07:47:52.420+05:302010-08-25T07:47:52.420+05:30@-aur divya di ko hamara massege de
ki hamne unke ...@-aur divya di ko hamara massege de<br />ki hamne unke g-mail par kai bar<br />awaz lagaya ko jabab kyon nahi....<br /><br /><br />Dear Shailendra,<br /><br />I am yet to read many mails. I am extremely sorry for any kind of delay in replying your mail . Hope you will understand. <br /><br />Regards,ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-26377196840655157062010-08-25T07:41:13.659+05:302010-08-25T07:41:13.659+05:30.
भाई सलिल ,
बहुत सुन्दर पोस्ट लिखी है आपने । भा....<br />भाई सलिल ,<br /><br />बहुत सुन्दर पोस्ट लिखी है आपने । भाई-बहेन का सुन्दर रिश्ता हमेशा फले-फूले । विनी और सरिता जी से मिलकर बहुत अच्छा लगा। आपने सही कहा, राखी तो बाद में बंधेगी , लेकिन रक्षा पहले करवा ली। आपकी दिल से आभारी हूँ । <br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-73201688617867618582010-08-25T02:49:54.343+05:302010-08-25T02:49:54.343+05:30हे भाई, टिम्बकटू में ई कवन लरकी आपका पँखी बन गयी.....<i>हे भाई, टिम्बकटू में ई कवन लरकी आपका पँखी बन गयी..?<br /><br />@ राजेश उत्साही<br />सलिल बाबू त लटपटिया गये, मुला हम बताता हूँ, आपको सही जवाब । मिथिलाँचल में विशेष करके तिरहुत में ई सामान्य बात है । बड़ा भाई को पिता का पद हुआ.. सो उस नाते छोटकी बहिन सब का चरण स्पर्श ई मान को बढ़ाता है । ईहाँ तक कि छोटका बहनोईयो भी जहाँ मिलेगा, गोड़ छूयेगा ! अब पूछिये कि जिसका गोड़ पूजें हैं, उससे अपना गोड़ कईसे छुआयेंगे.. त इसमें ई बात है कि अपना दरवज़्ज़ा पर दुआरचार के नाते गोड़ पखारे हैं । खास मौका के ई हुआ खास बिध, इसका मानता जिनगी भर थोड़े नू चलायेगा ? राजेश जी ई बात आप बँगाल में उड़ीसा में भी देखीयेगा । हालाकि हम ई सब टिटिम्हा में वीस्बास नहीं करते हैं, मुला जे जहाँ का रीत है, आपको ऊहे बताते हैं ।<br /><br /><br />@ बिहारी बाबू<br />हमरा एक फुफुआउत बहिन तोतराती थी, ऊ राखी पर एगो गाना गाती थी, " भाईया मेले लाठी से बँदल को भगाना "<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-63399947338726264862010-08-25T01:55:37.256+05:302010-08-25T01:55:37.256+05:30अति उत्तमअति उत्तमA Girl from Timbuktuhttps://www.blogger.com/profile/16597619712361540147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-59563049400233465032010-08-24T23:56:19.417+05:302010-08-24T23:56:19.417+05:30सलिल जी आपकी अभिव्यक्ति के प्रवाह में जो सहजता व आ...सलिल जी आपकी अभिव्यक्ति के प्रवाह में जो सहजता व आत्मीयता है वह अनूठी है । पाठक उसमें स्वतः वह जाता है । रक्षा -बन्धन वाली यह रचना पढ कर कोई भी ,वाह, किये बिना नहीं रह सकता ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-14722056286890541552010-08-24T22:59:56.856+05:302010-08-24T22:59:56.856+05:30पढ त भोरे में लिए थे लेकिन एतना रुला दिए कि कुच्छो...पढ त भोरे में लिए थे लेकिन एतना रुला दिए कि कुच्छो लिखने का मने नहीं किया। एतना भावुक कर देते हैं, कि आपके ब्लोग पर आने का मने नहीं करता है। लगता है रुलाने का ठीका लिए हुए हैं। लेकिन जो लिखते हैं उसको पढले बिना रहलो त नहीं जाता है। आज के दिन भी रुलाने-धुलाने का इंतज़ाम ईहां किए बैठे हैं और हम लोग परदेस बासी बहिन से खाली फोने पर त बात कर पाते है।<br />चलिए ईहे बहाने आप सब बहन को इयाद त कर लिए।<br />सुभकामना और बधाई।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-41981358818170688492010-08-24T20:30:39.277+05:302010-08-24T20:30:39.277+05:30बहुत ही प्यारी सी पोस्ट...बहनों के प्यार में पगी.
...बहुत ही प्यारी सी पोस्ट...बहनों के प्यार में पगी.<br />चिट्ठी लिखने और पोस्टल एड्रेस की याद , सचमुच अब बस राखी के समय ही पड़ती है...पर यह भी शायद हमारी पीढ़ी तक ही है... बाद वाली पीढ़ी तो हर काम नेट के थ्रू ही करनेवाली है...rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-3518639012780735542010-08-24T17:57:13.411+05:302010-08-24T17:57:13.411+05:30@राजेश उत्साहीः
लिखते समय भावनाओं में बहकर लिख गई ...@राजेश उत्साहीः<br />लिखते समय भावनाओं में बहकर लिख गई है...चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-39811575888520492432010-08-24T14:57:07.189+05:302010-08-24T14:57:07.189+05:30सलिल जी किस्मत वाले हैं बहनों ने आज की दिन राखी का...सलिल जी किस्मत वाले हैं बहनों ने आज की दिन राखी का बंधन निभाया .... बहने भी किस्मत वाली हैं जिन्हे आप जैसा भाई मिला ...चिट्ठियाँ मर्मस्पर्शीय हैं .... आज का दिन बहुत पावन है ... सब को मुबारक ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-29967499932211769022010-08-24T14:14:16.245+05:302010-08-24T14:14:16.245+05:30बहुत भावनाप्रधान पोस्ट ....रक्षाबंधन की शुभकामनाएं...बहुत भावनाप्रधान पोस्ट ....रक्षाबंधन की शुभकामनाएंसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-36188265753213720002010-08-24T14:03:25.003+05:302010-08-24T14:03:25.003+05:30bahut badiya bhai bahin ke rishte hote hi aise hai...bahut badiya bhai bahin ke rishte hote hi aise hai....kavita vermahttps://www.blogger.com/profile/18281947916771992527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-66914425523841596932010-08-24T13:30:51.899+05:302010-08-24T13:30:51.899+05:30सलिल भाई,बहनें ऐसी ही होती हैं। अब देखिए न मैं भी ...सलिल भाई,बहनें ऐसी ही होती हैं। अब देखिए न मैं भी भोपाल में संयोग से हूं। पर संयोग कुछ ऐसा है कि मेरी ममता बहन हर साल राखी बांधने आती थी,वह इस साल अस्वस्थ्य होने के कारण खंडवा से नहीं आ पाई। पर भोपाल में भी मौसेरी बहनें हैं। पिछले साल किसी कारण से वे नहीं आईं पाई थीं। पर आज आरती सुबह सुबह ही वह आ पहुंची। पहले तो गले लगकर रोई कि आप पन्द्रह दिन से भोपाल में हो और एक फोन तक नहीं किया। सचमुच शर्म आ रही थी। पर भाई बहन का प्यार ही ऐसा है सो उसने भी माफ कर दिया। राखी बंध गई। वह फिर उड़ गई यानी चली गई। <br />और कविता छोड़ गई-<br />बहनें<br />घर आंगन की चिडि़या<br />जा जाकर आती <br />बार बार । <br /><br />सलिल भाई,अन्यथा न लें। विनी ने आपको सादर चरण स्पर्श लिखा है। यह बात कुछ समझ नहीं आई। मेरी समझ से उत्तर भारत या यों कहें कि पूरी हिन्दी पट्टी में बहन,बेटी और मां किसी भी उम्र की हों हमेशा भाई,पिता या बेटे को उनके पैर छूने होते हैं। वे अपने पैर छुवाते नहीं हैं। हां दक्षिण भारत में मैंने देखा कि वहां आयु के मान से छोटे बड़ों के पैर छूते हैं। क्या इस पर कुछ प्रकाश डालेंगे।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-55236322887552010182010-08-24T12:05:37.405+05:302010-08-24T12:05:37.405+05:30mera saubhagya hai ki main bihar cadre ka ekmatra ...mera saubhagya hai ki main bihar cadre ka ekmatra bhai hun vini ka. lekin jhanjhat ladai vagairah bhi mere sath hi hoti hai magar jab bhi use kucch zarurat hoti hai mujhe yaad karti hai. shayad ye bhi bahan ka vishvas hai jo rakhsha bandhan ke karan ho. kabhi kabhi mai rakhi ke din use chidhataa bhi hu ki"rang birangi LATHI lekar aayi bahna..."aapoohttp://sasipv@yahoo.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-27068821003966562812010-08-24T12:04:02.508+05:302010-08-24T12:04:02.508+05:30रक्षाबंधन पर हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!
बहुत...रक्षाबंधन पर हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!<br />बहुत सुन्दर ! उम्दा प्रस्तुती!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-87009890332859661132010-08-24T11:49:22.328+05:302010-08-24T11:49:22.328+05:30बहुत बढिया .. रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामनाएं !!बहुत बढिया .. रक्षाबंधन की बधाई और शुभकामनाएं !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.com