tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post7990316745158814927..comments2024-02-20T15:42:35.518+05:30Comments on चला बिहारी ब्लॉगर बनने: येनांग विकारःचला बिहारी ब्लॉगर बननेhttp://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comBlogger57125tag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-67423754586628845022015-02-11T07:18:03.195+05:302015-02-11T07:18:03.195+05:30येनांगविकार: - शरीर में जिस अंग के द्वारा ( येन ) ...येनांगविकार: - शरीर में जिस अंग के द्वारा ( येन ) विकृति आए या विकार जन्म ले ।<br />इसलिये तृतीया विभक्ति ( करण कारक ) लगता है । पादेन खंज: या अक्ष्णा काण:<br />( पैर से लंगड़ा या आँख से काना ) कहकर उस दोष और प्रगट किया जाता है । ये<br />उदाहरण आपने भी सुने होंगे ।शकुन्तला बहादुरnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-7391095522511755842015-01-25T14:58:17.549+05:302015-01-25T14:58:17.549+05:30जब अंग में बिकार हो तो उसमें षष्ठी बिभक्ति यानि सं...जब अंग में बिकार हो तो उसमें षष्ठी बिभक्ति यानि संबंध कारक होना चाहिये..... सुंदर संदेश , माता जी के ऑपरेशन की बात कहते कहते बहुत सार्थक बात कह दिये :) Neeraj Neerhttps://www.blogger.com/profile/00038388358370500681noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-26725765934238330532014-11-19T21:50:34.649+05:302014-11-19T21:50:34.649+05:30yah post aaj anayas hi samne aa gaee. sparsh ka dh...yah post aaj anayas hi samne aa gaee. sparsh ka dhyan ayaa . mene ek english kahaani me ek aise school ke baare me padha jisme har bachce ko poora ek din andha, bahra ,goonga ya langada bankar rahna padta hai taki samanya bachchon ko nishakt bachchon ki pareshaniyon ko samjh saken . गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-66951215500524024882012-10-08T22:55:08.168+05:302012-10-08T22:55:08.168+05:30जिंदगी भले ही सुकून से गुजर रही है ,
पर आज भी मेरा...जिंदगी भले ही सुकून से गुजर रही है ,<br />पर आज भी मेरा हर पल एक चुनौती है ,<br />और सुकून आता है मुझे ,<br />उस चुनौती को स्वीकार करने में ,<br />सुकून मिलता है मुझे ,<br />उस चुनौती को पूरा करने में ,<br />शायद इसीलिए ,<br />जिंदगी सुकून से गुजर रही है |<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-51131220702911585832011-02-08T05:37:49.379+05:302011-02-08T05:37:49.379+05:30हृदयस्पर्शी प्रसंग!हृदयस्पर्शी प्रसंग!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-49024652512479528042011-02-03T19:30:17.737+05:302011-02-03T19:30:17.737+05:30emotionalemotionalNeerajhttps://www.blogger.com/profile/11989753569572980410noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-23326177298828670572011-02-03T11:20:15.551+05:302011-02-03T11:20:15.551+05:30आज सोचते हैं त लगता है कि जिन्नगी में ई ब्याकरन फि...आज सोचते हैं त लगता है कि जिन्नगी में ई ब्याकरन फिर से लिखने का जरूरत है. जब अंग में बिकार हो तो उसमें षष्ठी बिभक्ति यानि संबंध कारक होना चाहिये.....<br /><br />ऐसे लोगों से जुड़कर ही उनकी वेदना और जुझारूपन का पता चलता है जो की कई बार सामान्य व्यक्ति से भी ज्यादा होता है . प्रेरक प्रसंगमेरे भावhttps://www.blogger.com/profile/16447582860551511850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-19386978770645819582011-02-03T08:08:50.399+05:302011-02-03T08:08:50.399+05:30आत्मीय संबंध जरूरी है ,किसी को जानने समझने के लिये...आत्मीय संबंध जरूरी है ,किसी को जानने समझने के लियेअजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-48282121757168138452011-02-02T16:54:48.003+05:302011-02-02T16:54:48.003+05:30aap khalis bihari hain. yah to pata chala. vaise b...aap khalis bihari hain. yah to pata chala. vaise bihari kya nhi ban sakta or kahan nahi paaya jata. khasiyat to yah hai galat or sahi har jagah milte hai yatra, tatra, sarvatra. varhal. blog achca hai mata ji ka opretion safal raha ye achhi bbat hai.musaffirhttps://www.blogger.com/profile/18171413841001095201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-78775260498921976412011-02-01T17:28:26.752+05:302011-02-01T17:28:26.752+05:30अब का कहें....
भावुक कर दिए आप...
मन चिंतन मोड म...अब का कहें....<br /><br />भावुक कर दिए आप...<br /><br />मन चिंतन मोड में धंस गया....रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-9882152211298653232011-02-01T13:37:38.658+05:302011-02-01T13:37:38.658+05:30माता जी के सफल आप्रेशन के लिये बधाई। इस पोस्ट के ज...माता जी के सफल आप्रेशन के लिये बधाई। इस पोस्ट के जरिये बहुत अच्छी जानकारी और सार्थक सन्देश मिला है सही मे इन लोगों को केवल प्यार और प्रोत्साहन की जरूरत होती है। शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-36048972352645093652011-02-01T07:10:32.235+05:302011-02-01T07:10:32.235+05:30माताजी कां नैत्रज्योति विकार दूर हुआ, जानकर प्रसन्...माताजी कां नैत्रज्योति विकार दूर हुआ, जानकर प्रसन्न्ता हुई।<br />हमारी शुभकामनाएं माताजी के लिये।Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-6862217429385045262011-02-01T05:08:03.037+05:302011-02-01T05:08:03.037+05:30माता जी का आपरेशन सफल हो गया,जानकर खुशी हुई।येनांग...माता जी का आपरेशन सफल हो गया,जानकर खुशी हुई।येनांग विकार के बहाने आपने बहुत कुछ कह दिया।बहुत दिन हो गईल रहे सोचनी हा कि तनी कामेंट देबे के बहाने आप से कुछ बात हो जाई।माता जी के उपर ख्याल राखब।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-13797041021538322922011-01-31T23:41:59.200+05:302011-01-31T23:41:59.200+05:30अम्मा जी का ऑपरेशन अच्छे से हो गया, खुशी की बात है...अम्मा जी का ऑपरेशन अच्छे से हो गया, खुशी की बात है. विजय जी जैसे आत्मविश्वास से ही इंसान कुछ भी कर सकता है. सुन्दर पोस्ट.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-17402925309144991272011-01-31T22:59:26.066+05:302011-01-31T22:59:26.066+05:30व्याकरण के सूत्र का नया भाष्य !व्याकरण के सूत्र का नया भाष्य !rajani kanthttps://www.blogger.com/profile/01145447936051209759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-64946406413073650172011-01-31T21:29:02.213+05:302011-01-31T21:29:02.213+05:30सच ,हम हर बात में चुटकुला ढूंढ़ते है ?और समझते ह...सच ,हम हर बात में चुटकुला ढूंढ़ते है ?और समझते है जीवन में हास्य का कितना महत्व है ?आपके आलेख ने हमारी आंखे खोल दी |<br />माँ को प्रणाम |<br />आभारशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-45976128056138709212011-01-31T20:00:32.253+05:302011-01-31T20:00:32.253+05:30विजय जी से मुलाकात बहुत अच्छी लगी...इन लोगो को कि...विजय जी से मुलाकात बहुत अच्छी लगी...इन लोगो को किसी सहायता और दया की जरूरत नहीं...जरूरत होती है खुद में से एक समझे जाने की....जिस में लोग अक्सर चूक कर जाते हैं.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-82443703501303929162011-01-31T19:48:34.079+05:302011-01-31T19:48:34.079+05:30सलिल जी सचमुच यदि किसी अंग में विकार हो गया हो तो ...सलिल जी सचमुच यदि किसी अंग में विकार हो गया हो तो उसमे षष्टि विभक्ति लगनी चाहिए... यही है जीवन का व्याकरण... आपके व्याकरण से जीवन की भाषा कितनी मधुर हो जाएगी इसकी कल्पना से मन मुदित हो जाता है..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-56726667154887607662011-01-31T17:36:27.578+05:302011-01-31T17:36:27.578+05:30सबसे पहले माता जी की आँखों का सही आपरेशन होने की ब...सबसे पहले माता जी की आँखों का सही आपरेशन होने की बधाई | ये बहुत जरुरी है वरना यहाँ मुंबई में नालायक डाक्टरों ने मामूली से मोतिया बिन के आपरेशन में चाची सांस की आँख ख़राब कर दी बाद में उन्हें दान में मिले कार्निया लगवाना पड़ा और आँख जाने का दर्द उनसे ज्यादा कोई नहीं जनता होगा क्योकि उनके इकलौते बेटे को शुरू से आँखों में दोष था वो एक दो फिट दूर से ज्यादा नहीं देख पाते थे और उम्र बढ़ने के साथ ही वो बेचारे अब नहीं देख पाते है उससे दुःख की बात की ये बीमारी उनके बेटे को भी अनुवान्सिक रूप में हो गई | जेठ के बेटे को देखती हु तो दुःख होता है काफी होशियार है किन्तु आँखों में दोष के कारण उसमे आत्मविश्वास नहीं है सभी से घुलमिल नहीं पाता है | अच्छी पोस्ट |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-14164797695907242302011-01-31T16:06:45.554+05:302011-01-31T16:06:45.554+05:30अंतिम पैरा ने पूरे पोस्ट के विवरण को फिर से, बारी...अंतिम पैरा ने पूरे पोस्ट के विवरण को फिर से, बारीकी से पढ़ने के लिए विवश किया.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-89480874048155372412011-01-31T15:51:59.932+05:302011-01-31T15:51:59.932+05:30वाह वाह वाह....क्या कहें...कुछ कहने लायक नहीं हैं ...वाह वाह वाह....क्या कहें...कुछ कहने लायक नहीं हैं हम...आँखें नम हैं...कमाल लिखते हैं आप...कमाल.<br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-506842540688037092011-01-31T13:47:15.443+05:302011-01-31T13:47:15.443+05:30माता जी के जल्द स्वस्थ होने की कामना है.माता जी के जल्द स्वस्थ होने की कामना है.उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-85650388110139227202011-01-31T13:43:55.231+05:302011-01-31T13:43:55.231+05:30येनांग विकारः -सलिल जी , इन दो शब्दों के माध्यम से...येनांग विकारः -सलिल जी , इन दो शब्दों के माध्यम से आपने बहुत ही अच्छी सीख दी है ............ बहुत ही विचारणीय प्रस्तुति.उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-26459957503456732812011-01-31T13:27:54.612+05:302011-01-31T13:27:54.612+05:30जिन्नगी में ई ब्याकरन फिर से लिखने का जरूरत है. जब...जिन्नगी में ई ब्याकरन फिर से लिखने का जरूरत है. जब अंग में बिकार हो तो उसमें षष्ठी बिभक्ति यानि संबंध कारक होना चाहिये.<br /><br />बात माँ के ऑपरेशन से शुरू कर ज़िंदगी की शल्यक्रिया कर दी ...<br />विचारणीय पोस्ट है ....माँ अब पूर्ण रूप से स्वस्थ होंगीसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6405180837273731982.post-67547738299483968712011-01-31T13:27:28.402+05:302011-01-31T13:27:28.402+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com